मध्य प्रदेश की दमोह लोकसभा सीट पर बीजेपी की स्थिति बहुत मज़बूत है। पिछले 8 चुनावों से यहां बीजेपी का एकछत्र राज है जिसे तोड़ पाना कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा। 1989 से शरू हुआ बीजेपी की जीत का सिलसिला बदस्तूर जारी है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के प्रहलाद सिंह पटेल जीते थे, उन्हें 5,13,079 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह को 2,99,780 मत मिले थे, यानी वोटों का अंतर था 2,13,299। दमोह लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 8 सीटें आती हैं-
देवरी
मल्हारा
जबेरा
रहली
पाथरिया
हट्टा
बंडा
दमोह
दमोह लोकसभा सीट पर पहला चुनाव 1962 में हुआ। पहले 3 लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस की जीत हुई, लेकिन अब यह बीजेपी का गढ़ बन चुकी है। 1977 में यहां से भारतीय लोकदल का उम्मीदवार जीता था। 1980 में कांग्रेस दोबारा जीती, 1984 का चुनाव भी उसके पक्ष में ही रहा। लेकिन 1989 के चुनाव में बाजी पलट गई और यह सीट बीजेपी के पास चली गई और तब से अब तक यह उसके ही कब्जे में है। 2011 की जनगणन....